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Showing posts from September, 2020

बालों का झड़ना रोक( stophair falling)

  हेल्लो दोस्तो आज में लाया हूं आपके लिए एक महत्वपूर्ण नुस्खा जो आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। बालों का झड़ना : balo ka jhadna आजकल की इस बदलती दुनिया में प्रदूषण और गलत खान पान के कारण हमारा शरीर बीमारियों का घर बनता जा रहा है।ये चीजें हमारे शरीर में हमारे बालों को भी प्रभावित करती है।बाल हमारे लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा है हमारे शरीर का ,बिना बालों के हमारा चेहरा बदसूरत सा लगने लगता है।बाल हमारे चेहरे की सुंदरता को चार चांद लगा लेते है इसके अलावा ये हमारे शरीर को सूर्य से आई हुई अल्ट्रावॉयलेट किरणों से भी हमारी रक्षा करते है।ये विटामिन सी और विटामिन डी को भी संरक्षित करते है।जब किसी कारण से हमारे बाल झड़ने लगते है तो हमारी सुंदरता भी कम होने लगती है और व्यक्ति गंजा सा लगने लगत है। चेहरे पर से सफेद दाने या व्हाइट हेड्स को हटाए बालों के झडने की अक्सर प्रॉबलम मॉनसून के कारण होती है।इस समय हमारे सिर पर फंगल इंफेक्शन के होने के कारण भी हमारे बाल झंडने लगते है।हमें बालों को झड़ने से बचाने के लिए मॉनसून में अपने बालों के प्रॉबलम के अनुसार हेयर मास्क पहने रखे।बालों पर पसीना ना सूखने दें। बालो

चेहरे पर सफेद दानो की भरमार तो करे ये घरेलू नुस्खे

  चेहरे पर सफेद दानों और मुंहासे से छुटकारा पाने के लिए अपनाए ये नुस्खे face pimples हैलो दोस्तो आज में लाया हूं आपके लिए एक बहुत ही फायदेमंद नुस्खा जो आपके चेहरे पर निकलने वाले सफेद दानों और मुंहासे को दूर करने में काफी फायदेमंद साबित होंगे। आजकल की इस प्रदुषण भरी दुनिया में और आजकल के इस unhealthy खान पान से हमारे शरीर को काफी नुकसान होता है ।इसी प्रकार इससे हमारे चेहरे को भी नुक्सान पहुंचता है और हमारे चेहरे पर मुंहासे, झुर्रियां और सफेद दाने आ जाते है।ये सफेद दाने हमें तकलीफ तो नहीं देते लेकिन इनके आने से हमारे चेहरे की सुंदरता बिल्कुल चली सी जाती है और हमें हमारा चेहरा काच में देखते समय भी हमें बहुत गन्दा महसूस होता है।  सफेद दाने व झुर्रिया होते किस वजह से है तो चलो पहले हम जानते है कि ये है क्या तो ये सफेद दाने या बारीक फुंसिया को हम व्हाइटहेड्स भी कहते है। व्हाईहेडस मुंहासे का ही एक प्रकार है ये धूल ,मिट्टी हमारे चेहरे पर जम जाने से होता है। व्हाईहेडस होने का कारण ये है कि जब रोमछिद्र बंद हो जाते है तो हमारे चेहरे से अतिरिक्त तेल का निकालना बंद हो जाता है और ये इन सफेद दाने बनन

sugar ke kya nuksan hai

आजकल की इस दुनिया में खान पान को ज्यादा ही पसंद किया जाने लगा है इसमें ज्यादातर मीठा पेय या मीठा खाना ज्यादा पसंद किया जाता है। लेकिन ज्यादा शुगर का सेवन करना हमारे लिए कितना हानिकारक है हम इस पोस्ट की  मदद से समझेंगे। आजकल देखा जाये तो बहुत से लोग भोजन ,नास्ते आदि में शुगर मिला कर खाना पसंद करते है। आहार से सम्बन्धी बातो में पता चला है की  चीनी सेवन करने से मोटापे और इसके कारण कई पुरानी प्रमुख बीमारियों का कारन बनता है। अगर आप ज्यादा चीनी का सेवन करते है तो आप भी  इन बीमारियों की चपेट में आ सकते है। चीनी खाने से होने वाले रोग : मोटापा : चीनी का ज्यादा सेवन करना मोटापे का कारन बनता है। चीनी हमारे खाने से लेकर हमारे पेय पदार्थो में भी होती है। चीनी में फ्रुक्टोस नाम का ग्लूकोस होता है जिसके कारन हमारे शरीर की भूख बढ़ती है और खान खाया हुआ जल्द पच जाता है। इससे हमारे शरीर को और  भोजन करने की इच्छा होती है। ये हमारे भोजन को ऊर्जा देने से ज्यादा मोटापे वाला तत्व बनता है और हमारा शरीर मोटा होने लगता है। ह्रदय सम्बन्धी विकार: ज्यादा चीनी के सेवन से हमें हृदय से सम्बन्धी बीमारियां ह

जैतून के तेल के फायदे Benefits of olive oil

olive oil जैतून के बारे में :  exam preparation ke liye study notes  जैतून को अंग्रेजी में ओलिव आयल के नाम से जाना जाता है। इसका वानस्पतिक नाम ओलियो एउरोपाइआ (olea europea) इसका वृक्ष दो प्रकार का होता है एक तो जंगली कांटेदार और दूसरा बिना कांटेदार होता है। नाइट्रोजन की खाद इसके लिए बहुत उपयोगी है। जैतून का आयल बहुत सी बीमारियों को सही करने में मददगार है। इसमें प्रचुर मात्रा में मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है। ये विटामिन इ ,विटामिन के आयरन ,ओमेगा ३ ,एंटीऑक्सीडेंट,फैटी एसिड,मिनरल्स  और कई अनेक गुणों से भरपूर होता है। जैतून का तेल इसके बीजो से निकला जाता है।  जैतून आयल के प्रकार : प्योर जैतून आयल या प्यारे ओलिव आयल  लेमपेंट ओलिव आयल  वर्जिन ओलिव आयल  एक्स्ट्रा वर्जिन  ओलिव आयल  sugar se hone vali bimariya जैतून आयल के फायदे या घरेलु नुस्खे : कैंसर में : ओलिव आयल में कुछ ऐसे तत्व होते है जो कैंसर की डेड सेल को नष्ट करने में काफी मदद करता है ,इसका सेवन करना कैंसर  से हमें बचाता है। ओलिव आयल का आप खाने में सेवन कर सकते है।  diabetis में : ओलिव आयल का इस्तेमाल करने

अदरक के फायदे (importance of ginger in hindi)

अदरक के फायदे  अदरक एक चमत्कारी ओषधिया तत्व है जो खासी ,पाचन ,कैंसर ,मधुमेह तथा एक अच्छा पेनकिलर भी है  अदरक घरेलु उत्पाद होने के अलावा इसका औषधीय गुण होता है। ये बहुत सी बीमारियों को दूर करने में हमारी काफी मदद करती है। दुनिया के सबसे ज्यादा उपजाए जाने वाले मसालो में एक अदरक का भी काफी अहम् रोल है। ये ज्यादातर हर्बल ओषधियो में इसका भी इस्तेमाल किया जाता है। अदरक में विटामिन सी की मात्रा मौजूद होती है। भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथो में अदरक को भी एक महत्वपूर्ण ओषधि के रूप में बताया गया है। इसका उपयोग पहले के लोग दर्द निवारक के रूप में भी करते थे,क्युकी अदरक एक अच्छा दर्द निवारक है। अदरक कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सक्षम होता है। आपको जानके ताज्जुब होगा की कैंसर रोधी दवा बीटा एलीमेन अदरक से बनाई जाती है।  अदरक पोषक तत्वों से भरपूर आपके शरीर और दिमाग दोनों के लिए काफी फायदेमंद है। अदरक को खाने की चीजों में या मसालों में इस्तेमाल के साथ साथ ये एक सौन्दर्य प्रसाधन भी है।  नीम के ओषधिया गुण  अदरक के ओषधिया गुण : दर्द निवारक के रूप में : अदरक में मौजूद एक महत्वपूर्ण गुण एनाल्जेसिक गुण जो हम

पेट के कीड़ों का तुरंत करे इलाज अपनाए ये नुस्खे(pet ke kido ka ilaj)

पेट में कीड़े होना आम बात है ये बच्चो को ही नहीं बल्कि ये आजकल बड़े बड़ों को भी हो जाते है।बच्चो में पेट में कीड़े पड़ जाने का कारण बच्चो का मिट्टी का खाना या जमीन पर से अनचाही गंदी चीज़ों को उठा उठा कर खाना।बड़े लोगो को पेट में कीड़े होने का कारण होता है प्रदुषण भरे वातावरण या इनफेक्ट जगहों पर घूमना ,या इधर उधर हाथ लगाने से गंदी या इनफेक्ट चीज़ों का गलती से शरीर में चला जाना कीड़े होने का कारण बन सकता है।दूषित पानी पीने से भी हमारे शरीर या पेट में इंफेक्शन हो जाता है जिस वजह से हमारे पेट में कीड़े बनने लग जाते है सरकारी एग्जाम की तैयारी को बूस्ट करने के लिए यहाँ क्लिक करें  पेट में कीड़े होने के लक्षण: पेट में दर्द होंना इसका एक महत्वपूर्ण लक्षण है ।जब भी पेट में कीड़े होते है तब पेट में दर्द होता है। बार बार भूख लगना भी इसका एक लक्षण होता है ।क्युकी जब भी खाना खाते है पेट के कीड़े हमारे शरीर से खून चूसते है इस वजह से हमें बार बार भूख लगती है। वजन का कम होने लगना मुंह से बदबू आने लगना उल्टी होना या जी मचलाना पेट फूलना और थकान होना बच्चो में शरीर का विकास रुक जाना पेट

दमा (अस्थमा) के घरेलु उपाय उपाय ( Home remedies for Ashthma )

                             source:    youtube.com                                                           दमा अस्थमा क्या है ? दमा अस्थमा एक फेफड़े की बीमारी है जिसके कारण व्यक्ति को साँस लेने में कठनाई होती है। ये वात एवं कफ दोष के  विकृत होने से होता है ,इसमें हमारी श्वास नालिया संकुचित हो जाती है जिसके कारण छाती में भारीपन महसूस  होता है। ये फेफड़ो में वायुमार्ग से जुडी एक बीमारी है। अगर किसी को दमा या अस्थमा होता है तब उसकी श्वास नालियों में सूजन होकर श्वसन मार्ग सिकुड़ जाता है,इन्ही वायुमार्गों से हवा फेफड़ो में जाती है और बाहर आती है। अगर सूजन होता है तो हमें साँस अंदर और बाहर करने में तकलीफ होती है और हमें घबराहट, खासी,छाती में भारीपन महसूस होता है।अत्यधिक खासी के होने पर हमारे अंदर बलगम जमता है लेकिन मार्ग अवरुद्ध होने के कारण बाहर नहीं हो पाता है और हमें तकलीफ होती है। gale ki kharash se paye turant aaram अस्थमा के प्रकार: एलर्जिक अस्थमा: इसमें हमें किसी विशेष चीज़ों के कारण एलर्जी होती है अगर हम उन चीज़ों के संपर्क में आते है तो हमें इस तरह के अस्थमा होता है ।इसम